कफ़न को बांध कर सर पे निकल आएंगे मैदानं में
वतन पर आंच आई तो हम अपनी जान दे देंगे... अख्तर इलाहाबादी की शानदार शायरी सुनें सिर्फ साहित्य कर पर.