उन सभी मिले- जुले लोगों के लिए जिन्होंने एक- दूसरे की ज़िन्दगी जी है. फ़िल्म 'काला पत्थर' के रिलीज़ के दौर में लौटकर ओढ़ लीजिए उन यादों की गुनगुनी रज़ाई जिसमें क़स्बाई बारीकियों को छांट- छांट कर पिरोया गया है. - तिग्मांशु धूलिया, फिल्ममेकर
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आज की किताबः 'रंग पुटिसिया'
लेखक: अमरेश द्विवेदी
भाषा: हिंदी
विधा: उपन्यास
प्रकाशक: वाणी प्रकाशन
पृष्ठ संख्या: 301
मूल्य: 399 रुपए
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.