आज वारिस शाह से कहती हूँ
अपनी कब्र में से बोलो
और इश्क की किताब का
कोई नया वर्क खोलो
पंजाब की एक बेटी रोई थी....वारिस शाह से ...अमृता प्रीतम को सुनें आकांक्षा से.