Bhagwant Anmol की 'गेरबाज़: न यह ज़िन्दगी जीतने दे रही है, और न मैं हारने को तैयार हूँ...' | Ep 742 | Tak Live Video

Bhagwant Anmol की 'गेरबाज़: न यह ज़िन्दगी जीतने दे रही है, और न मैं हारने को तैयार हूँ...' | Ep 742

परिस्थितियां मायने नहीं रखतीं, मायने रखती है, उम्मीद!

बमुश्किल एक शब्द बोल पाने से लेकर जीवन का मर्म समझने तक की मार्मिक एवं प्रेरक कहानी है, 'गेरबाज़: न यह ज़िन्दगी जीतने दे रही है, और न मैं हारने को तैयार हूँ...'


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आज की किताबः 'गेरबाज़: न यह ज़िन्दगी जीतने दे रही है और न मैं हारने को तैयार हूँ...'

लेखक: भगवंत अनमोल

भाषा: हिंदी

विधा: उपन्यास

प्रकाशक: पेंगुइन स्वदेश

पृष्ठ संख्या: 178

मूल्य: 299 रुपए


साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.