Book Cafe को इस सप्ताह Samayik Prakashan से मिलीं जो 08 पुस्तकें | Kitabein Mili | Sahitya Tak | Tak Live Video

Book Cafe को इस सप्ताह Samayik Prakashan से मिलीं जो 08 पुस्तकें | Kitabein Mili | Sahitya Tak

पुस्तकें आपके ज्ञान को बढ़ाती हैं, साथ ही आपका मनोरंजन भी करती हैं. इनसे बेहतर आपका कोई दोस्त नहीं हो सकता. ये भाषा और विचारों के स्तर पर आपको समृद्ध करती हैं, तो दुनिया-जहान की बातें भी आपको बताती हैं. इसीलिए 'साहित्य तक' के 'बुक कैफे' में 'एक दिन, एक किताब' के तहत हर दिन किसी न किसी पुस्तक की बात होती है.

इसके निमित्त प्रकाशकों का भरपूर सहयोग भी साहित्य तक को मिलता रहा है, और आप सबके लिए हमारे पास हर सप्ताह ढेरों किताबें आ रही हैं. पुस्तकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक भी पुस्तक चर्चा से छूट न जाए, इसलिए हम 'किताबें मिली' कार्यक्रम के तहत उन पुस्तकों की जानकारी आपको दे रहे हैं, जो 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए हमें प्राप्त हुई हैं. पहले सप्ताह में एक दिन होने वाला यह कार्यक्रम अब सप्ताह में दो बार आपके पास आ रहा है. यह 'बुक कैफे' की ही एक श्रृंखला है, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय आपको उन पुस्तकों की जानकारी दे रहे हैं.

इस सप्ताह हमें सामयिक प्रकाशन से प्रकाशित जो पुस्तकें मिलीं हैं, उनमें रेणुका तिवारी की 'अलविदा लाल सलाम', विश्वम्भर पुरोहित की 'रिश्तों के रोशनदान', निर्मला भुराड़िया की 'ज़हरखु़रानी', पुनिता जैन की 'आदिवासी कविता चिन्तन और सृजन', गोपीनाथ श्रीवास्तव की 'हिन्दी कार्यालय निदेशिका', 'सामयिक प्रशासनिक कार्यविधि' इसके आलावा 'सामयिक प्रशासनिक कोश' [खंड-०१] व 'सामयिक प्रशासनिक कोश' [खंड-०२] यह दोनों पुस्तकें जो कि गोपीनाथ श्रीवास्तव के सम्पादन में आई हैं, शामिल हैं.

पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए साहित्य तक की इस पहल के साथ जुड़े रहें. हर सप्ताह ठीक शनिवार और रविवार इसी समय यहां आप जान सकते हैं कि किस प्रकाशक विशेष की कौन सी पुस्तकें, हमें यानी साहित्य तक को 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए मिली हैं.