सींच अपने ही लहू से जीव को जीवन दिया
विडम्बना की आड़ ने पैरों में कस दी बेड़ियां
बेड़ियां हैं पैरों में जो बेड़ियों की जात है
अस्ल में ये बेड़ियां प्रतिबंध की शुरुआत है...Mike ke Lal Kolkata में Mohit Shah की शानदार कविता. सुनें साहित्य तक पर.