चिकित्सा शास्त्र की आत्मा को छूती, टटोलती, गुदगुदाती हिंदी कथा-साहित्य की आठ श्रेष्ठ कहानियां ! उनमें छिपे हैं हजारों सूरज! गमी और खुशी के लम्हे! काल-कालांतर से गूंजते मंगल स्वर! सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः की पवित्र सोच! सत्य की खोज, नए-नए विरल अनुभवों और विवेक से उपजे ज्ञान के उपवन! कला-विज्ञान का अद्भुत संगम! वह आचार-संहिता जिसमें रंगकर ही कोई चिकित्सक खुद को धन्वन्तरि की सच्ची संतान कहलाने का हकदार हो सकता है...
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आज की किताबः डागडर बाबू
संकलन-संपादन: डॉ यतीश अग्रवाल
भाषा: हिंदी
विधा: कहानी
प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन
पृष्ठ संख्या: 243
मूल्य: 350 रुपए
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.