एक चींटी भी आकाश में उड़ सकती है! Swallowing the Sun पर Lakshmi Murdeshwar Puri Interview | EP 75 | Tak Live Video

एक चींटी भी आकाश में उड़ सकती है! Swallowing the Sun पर Lakshmi Murdeshwar Puri Interview | EP 75

- Diplomacy में रचनात्मकता की ज़रूरत है!

- मेरे हर पात्र अपनी सीमाओं को तोड़ देते हैं!

- अगर आप में विश्वास है तो आप कुछ भी कर सकते हैं!

- मैं लिखती अंग्रेजी में हूं मगर सपने हिंदी में देखती हूं!

- एक चींटी भी आकाश में उड़ सकती है!

- सोशल मीडिया की दुनिया में साहित्य हमें पूरा करता है!

आज साहित्य तक के प्रतिष्ठित कार्यक्रम 'शब्द- रथी' में संयुक्त राष्ट्र में पूर्व सहायक महासचिव और यूएन वूमेन की पूर्व उप कार्यकारी निदेशक रह चुकीं लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी ने अपनी पुस्तक 'Swallowing The Sun' के बहाने अपने बचपन, भाषा की अहमियत और सोशल मीडिया के प्रभाव पर खुलकर बातें की. वह तटीय कर्नाटक के मुर्देश्वर शहर में पैदा हुईं. उनके पिता बालकृष्ण मुर्देश्वर कन्नड़ साहित्यकार और शिक्षाविद थे और उनकी मां मालती एक मराठी भाषी परिवार से थीं. वह महाराष्ट्र की पहली स्नातकोत्तर छात्राओं में थीं. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास में कला स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री और पंजाब विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री के लिए अध्ययन किया. उनके पास इतिहास, सार्वजनिक नीति और प्रशासन, अंतर्राष्ट्रीय संबंध और कानून एवं आर्थिक विकास में पेशेवर डिप्लोमा भी हैं. वह 1974 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुईं. जापान, श्रीलंका और स्विट्जरलैंड में सेवा की. उन्हें मार्च 1999 में हंगरी में राजदूत नियुक्त किया गया और उन्होंने जुलाई 2002 तक वहां सेवा की. वे बोस्निया और हर्जेगोविना के लिए भी मान्यता प्राप्त थीं. साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान के साथ मिलकर काम किया. विदेश मंत्रालय मुख्यालय में जापान और कोरिया डेस्क पर अवर सचिव और बाद में पाकिस्तान डेस्क पर अवर सचिव के रूप में भी पुरी ने कार्य किया. वह छह वर्षों तक आर्थिक प्रभाग और बहुपक्षीय आर्थिक संबंध (ईडी और एमईआर) के संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं और भारत की कई द्विपक्षीय, बहुपक्षीय और आर्थिक कूटनीति पहलों जैसे लुक ईस्ट नीति, भारत-आसियान संवाद साझेदारी, हिंद-महासागर रिम एसोसिएशन और बंगाल की खाड़ी के पहल के तहत बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बने ग्रुप ऑफ 15 फोरम से भी जुड़ी रहीं. Aleph Book Company से प्रकाशित 'Swallowing The Sun' उनकी पहली पुस्तक है, जिसके बारे में वह कहती हैं कि यह मेरे दिल के बहुत करीब है. इस चर्चा में लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी ने ऐसी बहुत सी बातें बताईं जो युवाओं और महिलाओं को प्रेरित करती हैं. 'Swallowing The Sun' में कुल 412 पृष्ठ हैं और इस पुस्तक का मूल्य है 899 रुपए. तो 'शब्द-रथी' में कार्यक्रम लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी संग वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय की इस दिलचस्प बातचीत को आप भी सुनें, सिर्फ़ साहित्य तक पर.