नफरत से ही सही मगर वो सोचता तो है... Dr Manoj Gautam Manu की 'कुछ गुनाह तो नहीं किया' | EP 966 | Tak Live Video

नफरत से ही सही मगर वो सोचता तो है... Dr Manoj Gautam Manu की 'कुछ गुनाह तो नहीं किया' | EP 966

मेरा नाम लेकर वो मुझे कोसता तो है

नफरत से ही सही मगर वो सोचता तो है


यूं तमन्ना है मेरी कुछ कर गुजरने की

करके बहाने उसको तू रोकता तो है


ढूंढ ही लेता हूं मैं मुश्किलों में रास्ते

तू खड़ा हो विरुद्ध मेरे बोलता तो है


है आजमाता रहा सारा जमाना मुझे

आजमाने में बंद झरोखे खोलता तो है


नाता नहीं रहा है कभी नफरतों से मनु

मोतियों की माला दिल से पिरोता तो है


****


आज की किताबः कुछ गुनाह तो नहीं किया

लेखक: डॉ. मनोज गौतम मनु

भाषा: हिंदी

विधा: कविता

प्रकाशक: सर्व भाषा ट्रस्ट

पृष्ठ संख्या: 151

मूल्य: 300 रुपए


साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.