शायरी तन्हाई की रौनक है महफ़िल की नहीं
फरहत एहसास अपना ये दरबार कम कर दीजिये...शानदार शायरी का लुत्फ़ आप भी उठाएं सिर्फ़ साहित्य तक पर.