भाषा को लेकर साहित्यकार त्रिलोक नाथ पाण्डेय ने कहा कि- हिंदी मेरी मां है, अंग्रेज़ी हमने उधार लिया है. सुनें यह चर्चा सिर्फ़ साहित्य तक पर.