ईश्वर और Mathematic बिलकुल एक जैसे कैसे? जानें Ashutosh Agnihotri, IAS Poet से | EP 66 | Sahitya Tak | Tak Live Video

ईश्वर और Mathematic बिलकुल एक जैसे कैसे? जानें Ashutosh Agnihotri, IAS Poet से | EP 66 | Sahitya Tak

आज फिर तूफ़ान आया...

आज फिर से मत्त नभ में

मेघ विस्मृत हो चले थे.

आज फिर डूबे स्वयं वे

पंथ विचलित हो चले थे...

जो उमड़, उन्माद में

चिंघाड़ते यूं बढ़ रहे थजो लहर का अश्व रथ

विध्वंस करने चढ़ रहे थे

आज उनकी रौद्र लीला का पुन: संभार पाया...

आज फिर तूफ़ान आया...

यह कविता आशुतोष अग्निहोत्री की है, जो साहित्य तक के खास कार्यक्रम 'बातें- मुलाकातें' में आज हमारे खास मेहमान हैं. अग्निहोत्री 1999 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. जाहिर है प्रशासनिक दायित्व उनकी पहली प्राथमिकता है, तब तो और भी जब वर्तमान में गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत हैं. पर जैसे ही उन्हें अवसर मिलता है, वे लिखने लगते हैं, कोई गीत, कविता, निबंध या विचार... क्या है इसकी वजह, यही हमारी बातचीत का मुख्य बिंदु था. इस चर्चा के दौरान अनेकों प्रश्न आए, जैसे

- आपका जन्म और शिक्षा-दीक्षा कहां हुई?

- सिविल सेवाओं में चयन कैसे हुआ?

- लिखने की क्या प्रक्रिया है?

- साहित्य महत्त्वपूर्ण क्यों है?

- आपके पसंदीदा साहित्यकार कौन हैं?

- विचारों की अभिव्यक्ति में विधाओं का कितना महत्त्व है?

- आपने उपन्यास क्यों नहीं लिखे?

- आपका लेखक बड़ा है या अफसर?- आपके विचारों, रचनाओं और चिंतन के इतना आध्यात्मिक होने के क्या कारण हैं?

11 मार्च, 1974 को कानपुर शहर में जन्मे आशुतोष अग्निहोत्री भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन से पहले ने अंग्रेजी साहित्य से एमए किया है. आपने विश्व प्रसिद्ध लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पब्लिक मैनेजमेंट एंड गवर्नेंस में एमएससी भी किया. अपने सेवा करियर में आप असम के कई जिलों में जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत रहे और असम सरकार में विभिन्न पदों पर अपनी पहचान बनाई. आपने असम में गृह, उद्योग और वाणिज्य, परिवहन, खेल और युवा कल्याण आदि विभागों में दायित्व के अलावा आयुक्त और सचिव का पदभार भी संभाला. इन सबके बीच अपने आसपास के दृश्यों और ध्वनियों के प्रति जाग्रत और अपने भीतर की खामोशी से अवगत अग्निहोत्री ने लेखनकर्म जारी रखा. आपने हिंदी और अंग्रेजी में किताबें लिखी हैं, जिनमें 'ओस की थपकी', 'स्पंदन', 'मेरी दीवार के रंग: एक ही ब्रश से नहीं', 'प्यार, जीवन और लालसा' और 'मन की शांति: यादृच्छिक विचारों का एक संकलन', 'आसमान और परे को देखते हुए', 'कुछ अधूरे शब्द' और अंग्रेजी में Looking at the Skies and Beyond: Essays and Reflections' और 'The Light of Love and Other Stories', 'Colours Of My Wall' और 'Piece Of Mind' शामिल हैं. तो सुनिए 'बातें- मुलाकातें' कार्यक्रम में आईएएस अधिकारी और कवि-लेखक आशुतोष अग्निहोत्री से वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय की बातचीत.