किया है ज़िक्र तेरा इतनी दफ़ा मैंने दुआओं में
महकती है तेरी ख़ुश्बू मेरे घर की हवाओं में
सदा तूफान ला छिप जाता है सूरज घटाओं में
नज़र आती है सबको गलतियां केवल हवाओं में...साहित्य तक द्वारा आयोजित इंडिया टुडे मीडियाप्लेक्स स्थित ऑडिटोरियम में 'माइक के लाल: सीज़न-2' ओपेन माइक इवेंट में 'पवन त्रिवेदी' द्वारा पढ़ी गई ये शानदार शायरी आप भी सुनिए. इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी साहित्य तक के सभी डिजीटल मंच पर एक साथ किया गया था. हम 'साहित्य तक- माइक के लाल' के तहत ओपन माइक में पढ़ी गई उन रचनाओं को यहां भी प्रसारित कर रहे हैं. पवन द्वारा की इस मंच पर सुनाई गई शायरी 'किया है ज़िक्र तेरा इतनी दफ़ा मैंने दुआओं में...' को आप भी सुन सकते हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं. युवा प्रतिभाओं को मंच दिलाने की साहित्य तक की इस मुहिम से जुड़े रहिए, और हर दिन यहीं, इसी वक्त सुनिए माइक के लाल की उम्दा प्रस्तुतियां.