मैं कभी किसी से दुबारा नहीं मिला
हर बार जब भी मिला
तो एक नए शख़्स से मिला
हर शख़्स, हर वक़्त बदलता है
हर बार बदलता है
मैं हर बार एक नए शख़्स से मिला... यह पंक्तियां डाॅ अबरार मुल्तानी के कविता- संग्रह 'मिट्टी का चाँद' से ली गई हैं. इस संग्रह को मैंड्रेक पब्लिकेशंस ने प्रकाशित किया है. कुल 139 पृष्ठों के इस संग्रह का मूल्य 199 रुपए है. अपनी आवाज़ से कविताओं, कहानियों को एक उम्दा स्वरूप देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक संजीव पालीवाल से सुनिए इस संग्रह की चुनिंदा कविताएं सिर्फ़ साहित्य तक पर.