मैं कभी किसी से दुबारा नहीं मिला... 'मिट्टी का चाँद' | Dr Abrar Multani | Sanjeev Paliwal | Tak Live Video

मैं कभी किसी से दुबारा नहीं मिला... 'मिट्टी का चाँद' | Dr Abrar Multani | Sanjeev Paliwal

मैं कभी किसी से दुबारा नहीं मिला

हर बार जब भी मिला

तो एक नए शख़्स से मिला

हर शख़्स, हर वक़्त बदलता है

हर बार बदलता है

मैं हर बार एक नए शख़्स से मिला... यह पंक्तियां डाॅ अबरार मुल्तानी के कविता- संग्रह 'मिट्टी का चाँद' से ली गई हैं. इस संग्रह को मैंड्रेक पब्लिकेशंस ने प्रकाशित किया है. कुल 139 पृष्ठों के इस संग्रह का मूल्य 199 रुपए है. अपनी आवाज़ से कविताओं, कहानियों को एक उम्दा स्वरूप देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक संजीव पालीवाल से सुनिए इस संग्रह की चुनिंदा कविताएं सिर्फ़ साहित्य तक पर.