बारिश हो अगर रात भर तो कविता लिखूं... Savita Bhargav की 'थमी हुई बारिश में दोपहर' | Sanjeev Paliwal | Tak Live Video

बारिश हो अगर रात भर तो कविता लिखूं... Savita Bhargav की 'थमी हुई बारिश में दोपहर' | Sanjeev Paliwal

बारिश हो अगर रात भर

तो कविता लिखूं

प्लास्टिक की चिड़िया

अगर फुदक पड़े

तो कविता लिखूं

अजनबियों के बीच

अगर कोई प्यारा लगे

तो कविता लिखूं

भाषा अपनी सीधी सपाट

अगर ढल जाए मौन में

तो कविता लिखूं... यह कविता सविता भार्गव के कविता- संग्रह 'थमी हुई बारिश में दोपहर' से ली गई है. इस संग्रह को राजकमल पेपरबैक्स ने प्रकाशित किया है. कुल 134 पृष्ठों के इस संग्रह का मूल्य 199 रुपए है. अपनी आवाज़ से कविताओं, कहानियों को एक उम्दा स्वरूप देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक संजीव पालीवाल से सुनिए इस संग्रह की चुनिंदा कविताएं सिर्फ़ साहित्य तक पर.