बारिश हो अगर रात भर
तो कविता लिखूं
प्लास्टिक की चिड़िया
अगर फुदक पड़े
तो कविता लिखूं
अजनबियों के बीच
अगर कोई प्यारा लगे
तो कविता लिखूं
भाषा अपनी सीधी सपाट
अगर ढल जाए मौन में
तो कविता लिखूं... यह कविता सविता भार्गव के कविता- संग्रह 'थमी हुई बारिश में दोपहर' से ली गई है. इस संग्रह को राजकमल पेपरबैक्स ने प्रकाशित किया है. कुल 134 पृष्ठों के इस संग्रह का मूल्य 199 रुपए है. अपनी आवाज़ से कविताओं, कहानियों को एक उम्दा स्वरूप देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक संजीव पालीवाल से सुनिए इस संग्रह की चुनिंदा कविताएं सिर्फ़ साहित्य तक पर.