जब ढह रही हों आस्थाएं
जब भटक रहे हों रास्ता
तो इस संसार में एक स्त्री पर कीजिए विश्वास
वह बताएगी सबसे छिपाकर रखा गया अनुभव...हमारे समय के चर्चित कवि कुमार अंबुज का आज जन्मदिन है, इस उपलक्ष पर सुनें वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक संजीव पालीवाल से अंबुज की कविताएं.