मेरे इंतज़ार में खुली आंखों से बस वही सो सकती है
मेरे दुःख में मुझसे ज़्यादा बस वही रो सकती है ... आप भी सुनें मदर्स डे के मौके पर यह ख़ास कार्यक्रम सिर्फ़ साहित्य तक पर...