राम ही माला, राम ही मोती
मन मंदिर वही बनाते हैं
वो राम राम कहलाते हैं... कवयित्री आराधना झा श्रीवास्तव का प्रभु राम पर यह गीत सुनें सिर्फ़ साहित्य तक पर.