किसी को छोड़ के जाना भी क्या क़यामत है
मैं लड़खड़ाने लगा सीढ़ियां उतरते हुए.. शायर अज़हर इक़बाल की शानदार ग़ज़लें आप भी सुनें सिर्फ़ साहित्य तक पर.