लकीरें खींच देता है,
मेरे चेहरे पर मनमानी,
मेरे काजल का दुश्मन है,
ये मेरी आंख का पानी... कवयित्री पद्मिणी शर्मा की भावुक कर देने वाली कविता को आप भी सुनिए साहित्य तक पर.