मेरी दुनिया रंगने वाला अनसुलझा सा किरदार मेरा...Ritesh Pateriya | Mike Ke Lal | Poetry | Sahitya Tak | Tak Live Video

मेरी दुनिया रंगने वाला अनसुलझा सा किरदार मेरा...Ritesh Pateriya | Mike Ke Lal | Poetry | Sahitya Tak



मेरी दुनिया रंगने वाला

अनसुलझा सा किरदार मेरा

वो बद्तमीज़

वो आवारा

वो प्यारा सा यार मेरा...साहित्य तक द्वारा आयोजित इंडिया टुडे मीडियाप्लेक्स स्थित ऑडिटोरियम में 'माइक के लाल: सीज़न-2' ओपेन माइक इवेंट में 'रितेश पटेरिया' द्वारा पढ़ी गई ये कविता आप भी सुनिए. इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी साहित्य तक के सभी डिजीटल मंच पर एक साथ किया गया था. हम 'साहित्य तक- माइक के लाल' के तहत ओपन माइक में पढ़ी गई उन रचनाओं को यहां भी प्रसारित कर रहे हैं. रितेश द्वारा इस मंच पर पढ़ी गई कविता 'मेरी दुनिया रंगने वाला अनसुलझा सा किरदार मेरा...' को आप भी सुन सकते हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं. युवा प्रतिभाओं को मंच दिलाने की साहित्य तक की इस मुहिम से जुड़े रहिए, और हर दिन यहीं, इसी वक्त सुनिए माइक के लाल की उम्दा प्रस्तुतियां.