New Poetry | आज लाख रावण जल रहे हैं पर कहां राम भगवान हैं? | Abhijeet | Mike Ke Lal | Open Mic | Tak Live Video

New Poetry | आज लाख रावण जल रहे हैं पर कहां राम भगवान हैं? | Abhijeet | Mike Ke Lal | Open Mic

सब अच्छे हैं सब में राम हैं

वक्त-वक्त पर रावण बन जाते

कलियुग का परिणाम हैं... साहित्य तक द्वारा आयोजित इंडिया टुडे मीडियाप्लेक्स स्थित ऑडिटोरियम में 'माइक के लाल: सीज़न-3' ओपेन माइक इवेंट में 'अभिजीत' द्वारा पढ़ी गई ये शानदार कविता आप भी सुनिए. इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी साहित्य तक के सभी डिजीटल मंच पर एक साथ किया गया था. आज से हम साहित्य तक- माइक के लाल' के तहत ओपेन माइक में पढ़ी गई उन रचनाओं को यहां भी प्रसारित कर रहे हैं. अभिजीत की इस मंच पर सुनाई गई कविता 'आज लाख रावण जल रहे हैं पर कहां राम भगवान हैं?' को आप भी सुन सकते हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं. युवा प्रतिभाओं को मंच दिलाने की साहित्य तक की इस मुहिम से जुड़े रहिए, और हर दिन यहीं, इसी वक्त सुनिए माइक के लाल की उम्दा प्रस्तुतियां.