वो लाख गम चलो खुल के खिलखिलाया जाए
जलने वालों को ज़रा और जलाया जाए... 'साहित्य आज तक लखनऊ 2024' में आयोजित माइक के लाल में सुनें निधि बाजपेई की महफ़िल लूट लेने वाली शायरी.