Sahitya Aaj Tak Lucknow के Mike ke Lal में Pradeep Maurya ने बेरोजगारी पर कविता सुनाकर भरी हुंकार | Tak Live Video

Sahitya Aaj Tak Lucknow के Mike ke Lal में Pradeep Maurya ने बेरोजगारी पर कविता सुनाकर भरी हुंकार

झरत जात अहय खोपड़ी के बार धीरे- धीरे

खतम होत अहय नौकरी के आस धीरे- धीरे

नेवी के उमर बीती, आर्मी के बीती

दरोगा के टूटा विश्वास धीरे-धीरे...लखनऊ में प्रदीप मौर्या ने बेरोजगारी पर माइक के लाल 'साहित्य आज तक लखनऊ 2024' के मंच से भरी हुंकार. आप भी सुनिए सिर्फ साहित्य तक पर.