अब तुम कुछ मत बोलो
मेरे कान बहुत पक गए हैं
और तुम्हारी बातें आज भी कच्ची हैं...कवि रावेल पुष्प से सुनें यह सुंदर कविता सिर्फ साहित्य तक पर.