मैं इस शोर सी जंदगी में,
खामोशी की आवाज ढूंढ रहीं हूं...
मैं शब्दों में नहीं,
आंखों में इकरार ढूंढ रहीं हूं...सलोनी शर्मा की शानदार कविता सुनें सिर्फ साहित्य तक पर.