'गुटखे और इलाइची का संवाद'
देखो तो उसने इलाइची की वाट लगा कर रखी है
चमक-वंक लगा कर उतार दिया है बाज़ार में बिकने के लिए...समीक्षा तैलंग का यह शानदार व्यंग आप भी सुनिए सिर्फ साहित्य तक पर.