Sangit Kumar Ragi Poetry | तुम जीत गए मैं हार गया | Hindi Poetry | Sahitya Tak | Tak Live Video

Sangit Kumar Ragi Poetry | तुम जीत गए मैं हार गया | Hindi Poetry | Sahitya Tak

तुम जीत गए मैं हार गया,

बाज़ी मैं समझ नहीं पाया

अपनों से उलझ नहीं पाया

यह जीते - जीते मार गया

तुम जीत गए मैं हार गया ...साहित्य तक स्टूडियो में आज सुनें प्रो. संगीत कुमार रागी की यह बेहतरीन कविता.