Shabeena Adeeb | तुम्हारा लहज़ा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई - नई है | KV Sammelan | Sahitya Tak
तुझे आरज़ू थी जिसकी
वही प्यार ला रही हूं
मेरे ग़म में रोने वाले
तेरे पास आ रही हूं...शबीना अदीब ने पढ़ी कुमार विश्वास की महफ़िल में बेहतरीन शायरी जो ले आएगी आपके चेहरे पर मुस्कुराहट. सुनें ये बेहतरीन ग़ज़लें सिर्फ़ साहित्य तक पर.