ऐसा क्यों था कि दो बच्चों की किडनैपिंग ने पूरे देश को दहला दिया था. अगस्त 1978 के अंत में गीता और संजय चोपड़ा दिल्ली के एक शांत इलाके में अपने घर से बाहर निकले. गीता को ऑल इंडिया रेडियो पर एक कार्यक्रम रिकॉर्ड करना था. उनके साथ उनके छोटे भाई संजय भी थे. दोनों बच्चे अचानक गायब हो गए. उनकी खोज में सेना तक को लगा दिया गया, पर चार दिन बाद, उनके क्षत-विक्षत शव शहर के पश्चिमी बाहरी इलाके में घने जंगलों वाले रिज के एक सुनसान कोने में चरवाहों को मिले. बच्चों की क्रूर हत्या ने न केवल शहर को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. प्रधानमंत्री को संसद में अपराध के बारे में सवालों के जवाब देने पड़े और हत्यारों की तलाश के लिए कई राज्यों में पुलिस बलों को तैनात किया गया. खून और प्रतिशोध की इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, चोपड़ा भाई-बहनों की हत्या, उनके हत्यारों की तलाश और उन भयावह दिनों की उदासी से प्रभावित पत्रकार-लेखक सुदीप चक्रवर्ती की यह खोजी पुस्तक पाठक को दिल्ली में उन दिनों छाए अंधेरे कालखंड से अवगत कराते हुए एक भयावह, पर कभी न भूला सकने वाली यात्रा पर ले जाएगी.
****
आज की किताबः 'Fallen City: A Double Murder, Political Insanity, and Delhi’s Descent from Grace'
लेखक: Sudeep Chakravarti
भाषा: अंग्रेजी
विधा: उपन्यास
प्रकाशक: Aleph
पृष्ठ संख्या: 228
मूल्य: 799 रुपये
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए इस पुस्तक की चर्चा.