क्या संजीव पालीवाल अपनी किताबों में सच्ची कहानियों में फिक्शन की मिलावट करते हैं?
'मुंबई नाइट्स' के चर्चित होने के पीछे क्या कारण है?
क्या 'मुंबई नाइट्स' ने भारत में अपराध कथाओं का दौर वापस ला दिया है?
अपराध कथाओं को लिखने वालों की संख्या इतनी कम क्यों है?
संजीव पालीवाल को किताबें लिखने का चस्का कैसे लगा?
न्यूज़ ट्रेनिंग कैसे होती है?
आप अपनी अपराध कथा के जॉनर को छोड़ प्यार मुहोब्बत के पीछे क्यों भागे?
'नैना' पुस्तक की कहानी का राज़ क्या है?
क्या 'नैना' का सच में क़त्ल कर दिया गया था?
'पिशाच' में 'नैना' की कहानी को लाने के पीछे क्या कारण था?
'मुंबई नाइट्स' की कामयाबी क्या आपको चौकाती है?
'नैना', 'पिशाच','ये इश्क़ नहीं आसान' और 'मुंबई नाइट्स' के बाद अब आप पाठकों के लिए क्या नया लाएंगे?
साहित्य तक स्टूडियो में हमारे खास कार्यक्रम 'बातें-मुलाकातें' में आज मौजूद चर्चित लेखक पत्रकार संजीव पालीवाल ने ऐसे कई मुश्किल सवालों के जवाब दिये.
माया नगरी मुंबई में एक बड़े फिल्म स्टार रोहित शंकर सिंह की मौत ! शक के दायरे में हैं फिल्म इंडस्ट्री की ताकतवर हस्तियां और फिर शुरू होती हैं सिलसिलेवार हत्याएं...साज़िश का सिरा जुड़ता है 'मुंबई नाइट्स' क्लब से, यहां सब कुछ वैसा नहीं होता, जैसा दिखता है. ग्लैमर के पीछे छिपे हैं ऐसे गहरे राज़, जिन्हें उजागर करना मौत को न्यौता देना है. हर कदम पर धोखा, हर मोड़ पर खतरा. क्या विशाल और अमीना साजिशों के जाल से बचकर सच तक पहुंच पाएंगे? या 'मुंबई नाइट्स' की चमकीली; पर रहस्यमयी रातें उन्हें भी निगल जाएंगी? ये जानने के लिए आपको सर्वभाषा ट्रस्ट से प्रकाशित पुस्तक जिसमें कुल पृष्ठों की संख्या 200 है और मूल्य है 270 रुपये 'मुंबई नाइट्स' को पढ़ना होगा.
संजीव पालीवाल अग्रणी पत्रकार हैं. आप पैंतीस वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं और दैनिक जागरण, अमर उजाला, आज, दूरदर्शन, बीआईटीवी, आईबीएन7/न्यूज़ 18 और आज तक जैसे प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों और न्यूज़ चैनलों में अपने काम से देशव्यापी ख्याति अर्जित की है. फिलहाल आप 'आज तक' में मैनेजिंग एडिटर हैं. आपके नाम दो बेहद चर्चित क्राइम थ्रिलर उपन्यास 'नैना', 'पिशाच' और एक रोमांटिक नॉवेल 'ये इश्क़ नहीं आसां' दर्ज हैं. चौथा उपन्यास 'मुंबई नाइट्स', जो एक बेहद रोमांचक क्राइम थ्रिलर है, पर सुनिए संजीव पालीवाल के 'बातें-मुलाकातें' में संजीव पालीवाल संग वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय की ये खास बातचीत.