खुद को जानने की थोड़ी सी कोशिश हमें जीवन की राह में कहीं बहुत आगे ले जा सकती है. हममें से हर कोई अलग- अलग प्रोफेशन में है लेकिन काम कोई भी हो, हम सभी अपना-अपना जीवन जी रहे हैं. एक छोटे से सफर पर जाने के लिए हम ढेरों तैयारियां करते हैं, सारी जानकारी इकट्ठा करते हैं. मगर जिंदगी का सफर, जो कई दशकों का है उसकी कोई तैयारी हम नहीं करते. औरों से सलाह लेना ठीक है, परंतु अपने जीवन की पहेलियां हमें खुद सुलझानी होती हैं. ‘तलाश खुद की’ एक ऐसी ही किताब है, जिसमें आप खुद को थोड़ा और करीब से पहचानते हैं.
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आज की किताबः 'तलाश खुद की'
लेखक: एकता सिंह
भाषा: हिंदी
विधा: उपन्यास
प्रकाशक: राजकमल पेपरबैक्स
पृष्ठ संख्या: 280
मूल्य: 399
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.