Israel Gaza War पर Sahir Ludhianvi की ये नज़्म क्या कहती है? Sahir Ludhianvi Poetry | Junaid Quadri | Tak Live Video

Israel Gaza War पर Sahir Ludhianvi की ये नज़्म क्या कहती है? Sahir Ludhianvi Poetry | Junaid Quadri

ख़ून अपना हो या पराया हो

नस्ल-ए-आदम का ख़ून है आख़िर

जंग मशरिक़ में हो कि मग़रिब में

अम्न-ए-आलम का ख़ून है आख़िर

बम घरों पर गिरें कि सरहद पर

रूह-ए-तामीर ज़ख़्म खाती है

खेत अपने जलें कि औरों के

ज़ीस्त फ़ाक़ों से तिलमिलाती है... इज़राइल-गाज़ा युद्ध पर साहिर लुधियानवी की ये नज़्म क्या कहती है? साहिर की पुण्यतिथि पर जुनैद क़ादरी से सुनें ये शानदार नज़्म सिर्फ़ साहित्य तक पर.