आज भारत किस दिशा में जा रहा है? क्या यह तेजी से आगे बढ़ रहा है, और यूनाइटेड किंगडम को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है? या यह लड़खड़ा रहा है, और श्रम शक्ति में शामिल होने वाले लाखों लोगों को रोजगार देने में असमर्थ है? बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए भारत को क्या करना चाहिए?
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आज की किताबः 'ब्रेकिंग द मोल्ड : भारत के आर्थिक भविष्य की पुनःकल्पना'
मूल किताब: 'Breaking the Mould: Reimagining India's Economic Future'
लेखक: रघुराम जी राजन, रोहित लाम्बा
अनुवादक: मंजीत ठाकुर
भाषा: हिंदी
प्रकाशक: पेंगुइन स्वदेश
पृष्ठ संख्या: 288
मूल्य: 499
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.