अष्टावक्र गीता को उपनिषदों की शिक्षाओं का सबसे शुद्धतम रूप माना जाता है. इस पुस्तक में भारत के दो शोधार्थी, रोमांचक हिंदूवादी इतिहासकार, विचारक और लेखकों ने हिंदू धर्म के सबसे महत्त्वपूर्ण ग्रंथों में से एक पर अपनी विशेषज्ञता और विचारों को एक साथ रखा है. यह पुस्तक यह बताती है कि हमारे अद्वैत वेदांत से जुड़ा दर्शन आज हमसे कैसे बात करता है, और हमारे जीवन के लिए इसमें क्या महत्वपूर्ण सबक हैं.
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आज की किताबः Life, Death and the Ashtavakra Gita
लेखक: बिबेक देबरॉय और हिंदोल सेनगुप्ता
भाषा: अंग्रेज़ी
विधा: नाॅन- फिक्शन
प्रकाशक: ग्रिन मीडिया
पृष्ठ संख्या: 222
मूल्य: 699
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.4