लखनऊ में एक हिन्दू राजा था, जिसे लोग अवध का दानवीर कर्ण बोलते थे. मुस्लिम नवाबों के दौर में उन्होंने 108 शिव मंदिर बनवाये. ब्राह्मणों को दान की व्यवस्था करवाई. अयोध्या में वर्तमान हनुमान गढ़ी मंदिर बनवाया. बिठूर का पत्थर घाट और मंदिर बनवाया. डलमऊ में घाट, संस्कृत पाठशाला बनवाई. शायरों, कवियों, विद्वानों को संरक्षण दिया. अवध की राजस्व प्रणाली को सर्वश्रेष्ठ बनाया. लखनऊ, रायबरेली, अयोध्या, प्रयागराज, बदायूं से लेकर कोलकाता तक न जाने कितने मुहल्ले, बाज़ार बसाये. सैकड़ों पक्के तालाब बनवाये. अनगिनत कुएं, बावलियां बनवाई. तमाम बाग़ लगाए. मस्जिदें, इमामबाड़े बनवाये. अनगिनत कहानियां हैं उनकी लेकिन फिर भी वो गुमनाम हैं. नाम है 'महाराजाधिराज टिकैतराय नृपेन्द्र बहादुर'.
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आज की किताबः 'गुमनाम हिन्दू राजा: टिकैत राय'
लेखक: नवल कान्त सिन्हा
भाषा: हिंदी
विधा: कहानी
प्रकाशक: दिव्यांश पब्लिकेशंस
पृष्ठ संख्या: 178
मूल्य: 299 रुपये