स्त्रियां! देवताओं के समय से ही समझी जाती रहीं भोग की वस्तु| Hariram Meena की 'ब्लैक होल में स्त्री' | Tak Live Video

स्त्रियां! देवताओं के समय से ही समझी जाती रहीं भोग की वस्तु| Hariram Meena की 'ब्लैक होल में स्त्री'

हिंदू पौराणिक कथाओं में इन्द्र के मनोरंजन हेतु अप्सराओं का दल उपस्थित रहता था....


राजस्थान पुलिस सेवा से पुलिस महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हरिराम मीणा हिंदी कथा साहित्य के एक महत्त्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं. उनका अधिकांश लेखन पुलिस सेवा के अंतर्गत हुए उनके अनुभवों और सच्ची घटनाओं पर आधारित है. जब वे धौलपुर में नियुक्त थे, तो उन्होंने एक लड़की को वेश्या बनानेवाले गिरोह से मुक्त करवाया था. उसी लड़की की पीड़ा को दर्ज करते हुए उन्होंने एक मार्मिक उपन्यास की रचना कर दी.


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आज की किताबः 'ब्लैक होल में स्त्री'

लेखक: हरिराम मीणा

भाषा: हिंदी

विधा: उपन्यास

प्रकाशक: राजपाल एंड संस

पृष्ठ संख्या: 176

मूल्य: 299 रुपए


साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.