तुमने कहा था मुझे पिछले बरस... Hema Dikshit की 'यूं तो सब कुछ पूर्ववत् है' | EP 900 | Sahitya Tak | Tak Live Video

तुमने कहा था मुझे पिछले बरस... Hema Dikshit की 'यूं तो सब कुछ पूर्ववत् है' | EP 900 | Sahitya Tak

तुमने कहा था मुझे

पिछले बरस

एक रोज़

कि अबकी बरस

जब मैं आऊंगा

तो फिर

तुम कह सकोगी

कि मैं

बस तुम्हारा ही हूं

तुम्हारे लिए ही

जीता और मरता हूं

बस थोड़े से दिन काट लो

यह वक्त यह पल

ज़रा गुज़र जाने दो

तुम थोड़ा सा इंतज़ार कर लो

मैं तुम्हारा ही हूं...


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आज की किताबः 'यूं तो सब कुछ पूर्ववत् है'

लेखक: हेमा दीक्षित

भाषा: हिंदी

विधा: कविता

प्रकाशक: लोकभारती पेपरबैक्स

पृष्ठ संख्या: 151

मूल्य: 299


साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा