रोम- रोम जिसका भारत की महिमा गाया करता है
जो सरहद पर हंसकर अपना खून बहाया करता है... कवि गौरव चौहान की ये कविता सुनकर हो जाएंगे रोंगटे खड़े. सुनें साहित्य तक पर.