ये बड़ा सवाल उठा रहे हैं प्रेमचंद यादव के परिवार की तरफ से वकील वीरेंद्र कुमार साहनी.. जी हां. 2 अक्टूबर को हुई इस घटना के बाद पूरे सूबे में खलबली मची. हर तरफ इसकी चर्चा की गई. लेकिन बावजूद इसके मामले की जांच कर रहे अधिकारी यानी IO Investigating officer पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. उनपर आरोप लगाया जा रहा है कि ना उन्होंने जांच-पड़ताल की. ना मौका मुयाना किया. ना किसी के बयान दर्ज करवाए. ये तमाम आरोप लगाने वाले कोई और नहीं बल्कि प्रेमचंद यादव के परिवार की तरफ से वकील वीरेंद्र कुमार साहनी ने लगाए हैं.