वरुण गांधी ने पीलीभीत वासियों के लिए एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होनें कहा कि मैं भावूक हूं ..सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल खत्म हो रहा है लेकिन मेरा रिश्ता आपसे अंतिम सांस तक चलता रहेगा .. सांसद के तौर पर नहीं, पर बेटे के तौर पर सेवा करता रहूंगा .. आपके लिए मेरे दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे .. मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था, आपसे आर्शीवाद मांगता हूं कि आगे भी काम करता रहूं , भले ही इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े ..