राजस्थान में कांग्रेस के दो गुट हैं सचिन पायलट और अशोक गहलोत.
सचिन पायलट पिछले विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस अध्यक्ष थे उन्हीं के नेतृत्व में कांग्रेस ने राजस्थान में बहुमत पाया था लेकिन आलाकमान ने सीएम अशोक गहलोत को बना दिया था.
इसके चलते पिछले साल सचिन पायलट ने अपने गुट के विधायकों के साथ बगावत भी की थी लेकिन बाद में मान गए थे. इस बगावत की वजह से उन्हें डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था.
क्योंकि अब अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में हैऔर लगभग चुने ही जाएंगे तो राजस्थान में किस गुट का सीएम होगा इस पर सियासी संकट से खड़ा हुआ है.
बागी विधायक गुट चाहता है कि जिन्होंने कांग्रेस में बगावत के समय सरकार को बचाए रखने में भूमिका निभाई थी उन गुट की बात मानी जाए और उनके पक्ष में से ही किसी को सीएम बनाया जाए.
इस समय विधानसभा में समीकरण इस तरह से है. अशोक गहलोत गुट के पास 90 जबकि सचिन पायलट गुट के पास 16 विधायकों का समर्थन है.
इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष ने पर्यवेक्षक भेजे हैं. जिन्होंने विधायकों से बात की है. अब जाकर यह सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.