देश का 59% हिस्सा भूकंप रिस्क जोन में आता है. जानिए!
भारत में हर साल सैकड़ों भूकंप आते हैं. पूरे देश को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने पांच भूकंप जोन में बांटा है. इसके तहत 59 फीसदी हिस्सा भूकंप प्रभावित है.
पहले जोन में सामान्य हिस्सा, दूसरे और तीसरे जोन में 30%, चौथे जोन में 18% और पांचवें जोन में 11% हिस्सा आता है. सबसे ज्यादा खतरा, जोन 4 और 5 वाले इलाकों को है.
पांचवें जोन में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात, उत्तरी बिहार का हिस्सा, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं.
चौथे जोन में लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बाकी हिस्से, हरियाणा के कुछ हिस्से, पंजाब के कुछ हिस्से, दिल्ली, सिक्किम, उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से, बंगाल आते हैं.
जोन-2 में आते है राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु का बचा हुआ हिस्सा.