कफ सीरप का उपयोग खांसी की दवा के रुप में होता हैं और बाजार में कई तरह के कफ सीरफ मिलते हैं.
कफ सीरप को पहली बार 127 साल पहले जर्मन दवा कंपनी बेयर ने बाजार में लाया था.
जिसे वो हेरोइन ब्रांड के नाम से बेचते थे और इस कफ सीरप को उसी टीम ने बनाया था जिस ने एस्प्रिन दवा बनाई थी.
इस कफ सीरप के बनने से पहले लोग खांसी ठीक करने के लिए अफीम का उपयोग करते थे.
1895 में बेयर कंपनी को लगा कि वो हेरोइन कफ सीरप की मदद से लोगों की खांसी ठीक कर सकते हैं.
1899 में लोगों ने शिकायत की उन्हें हेरोइन की लत लग गई है.इसका विरोध होने लगे.तब जाकर 1913 में बेयर ने हेरोइन का उत्पादन बंद कर दिया. इसके बाद अमेरिक ने 1924 में प्रकिबंध लगा दिया.
1889 में एक और दवा आई थी जिसका नाम था वन नाइट कफ सीरप.
इस कफ सीरप में अल्कोहल ,कैनबिस,क्लोरोफॉर्म और मॉरफीन मिलाया जात था.