कांग्रेस पार्टी को आज मल्लिकार्जुन खड़गे के रुप में एक नया अध्यक्ष मिल गया है.
मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस पार्टी में कौन-कौन से बदलाव आ सकते है.
मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस पार्टी पर बीजेपी हमेशा परिवारवाद का आरोप लगाते रही है,उससे पार्टी को निजात मिल सकता है.
मल्लिकार्जुन के अध्यक्ष बनने से कांग्रसे पार्टी मजबूत विपक्ष की भूमिका में नजर आ सकती है.
मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष रह चुके है उस अनुभव के अधार पर फिर प्रदेश संगठन को खड़ा कर सकते हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के सबसे सीनियर नेताओं में से एक हैं और कई दशको से सक्रिय राजनीती में है इस आधार पर वोपार्टी के अंदर युवा और वरिष्ट नेताओं के बीच संतुलन बना सकते है.
मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में उत्साह का महौल पैदा हुआ है जिससे संगठन दोबारा खड़ा हो सकता है.
जिन राज्यों में कांग्रेस की सियासी जमीन खिसक रही है,उन राज्यों में मल्लिकार्जुन खड़गे अपने राजनीतिक अनुभव से कांग्रेस को फिर से मजबूत कर सकते है.