किसी नामचीन शख्स की सेफ्टी को देखते हुए सरकार द्वारा 4 तरह की सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. जिनमें X, Y, Z और Z प्लस कैटेगरी होती है. इनमें सबसे बड़ी सुरक्षा Z प्लस होती है.
Z प्लस सिक्योरिटी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के न्यायाधीश, नौकरशाह, बिजनेसमैन, क्रिकेटर, फिल्मी कलाकार आदि को मुहैया कराई जाती है.
किसे Z प्लस सिक्योरिटी देनी है, इसका फैसला केंद्र सरकार करती है. इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं.
Z प्लस सिक्योरिटी में 36 सुरक्षाकर्मी सेवा में तैनात किए जाते हैं. सारे सुरक्षाकर्मी अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं.
इसमें तीन घेरे में सुरक्षा की जाती है. पहले घेरे में एनएसजी कमांडों लगाए जाते हैं, दूसरे में एसपीजी के अधिकारी तैनात किए जाते हैं और फिर आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में होते हैं.
गृह मंत्रालय के मुताबिक 40 लोगों को Z प्लस सुरक्षा दी जा रही है.