नवरात्रि में होने वाले कन्या पूजन के पीछे क्या है मान्याताएं? 

नवरात्रि के नौंवे दिन कन्या पूजन किया जाता है. इस दिन मां दुर्गा के नौंवे स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा होती है.

इस दिन भक्त अविवाहित लड़कियों की पूजा करके, उन्हें जलपान कराते हैं.

इस अनुष्ठान में, उपासक उनके पैर धोते हैं, उन्हें लाल दुपट्टा, चूड़ियाँ और कुछ चढ़ावा चढ़ाते हैं और फिर उनका आशीर्वाद मांगते हैं. 

कुमारियों को देवी शक्ति की दिव्य अभिव्यक्ति माना जाता है. इस अनुष्ठान को 'कन्या पूजन', 'कुमारी पूजा' या 'कंजक' भी कहते हैं.

 देवी पूजन से पाप कर्म से छुटकारा मिलता है. देवी पवित्रता का प्रतिनिधित्व करती हैं और अपने उपासकों को समृद्धि प्रदान करती हैं. 

कहते हैं इस दिन राक्षस महिषासुर का वध करके मां दुर्गा ने बुरी शक्तियों का
 नाश किया था.

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